IPL 2023: सैन्य अधिकारी पिता नहीं चाहते थे आकाश मधवाल खेलें क्रिकेट, रुढ़की से नैनीताल करा लिया था ट्रांसफर; LINKEDIN पर पढ़ें क्या है खासियत

प्रत्युष राज। मुंबई इंडियंस उभरते सितारे आकाश मधवाल के सैन्य अधिकारी पिता दिवंगत घाना नंद मधवाल नहीं चाहते थे कि उनका बेटा क्रिकेट खेले। उन्होंने 2010 में रुड़की से नैनीताल में तबादला कर लिया। उन्हें डर था कि “क्रिकेट का कीड़ा” उनके छोटे बेटे के दसवीं कक्षा के बोर्ड को बर्बाद कर देगा। 13 साल बाद आकाश ने गेंद से कोहराम मचा रखा है। उन्होंने ने आईपीएल प्लेऑफ इतिहास में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी की। उन्होंने 3.3 ओवरों में 5 विकेट पर 5 विकेट लिया और मुंबई इंडियंस ने एलिमिनेटर में लखनऊ सुपर जायंट्स को 81 रनों से हरा दिया।

आकाश के बड़े भाई आशीष मधवाल ने रुढ़की के धनढेरा से द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए कहा, ” हम दोनों को क्रिकेट से प्यार था, लेकिन आकाश को बहुत रुचि थी। मैं मस्ती के लिए खेलता था, लेकिन वह हमसे थे। हमारे पिता क्रिकेट खेलने से इतने नाराज हो गए कि उन्होंने रुड़की से नैनीताल में ट्रांसफर ले लिया ताकि हम अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दे सकें। मैं ग्यारहवीं कक्षा में था और वह दसवीं में था।”

साइट इंजीनियर की नौकरी

आकाश ने साल 2012 में अपने पिता को खो दिया, जो मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज (MES) में अधिकारी थे। फिर आकाश ने अपना ध्यान पढ़ाई पर लगाया। उन्होंने रुड़की में साइट इंजीनियर की नौकरी भी की। 2019 में जब उत्तराखंड ने आखिरकार बीसीसीआई की मान्यता हासिल कर ली, तो उन्होंने देहरादून में एक ट्रायल में पहुंचे और तत्कालीन कोच वसीम जाफर को प्रभावित किया। उन्हें तुरंत सीनियर टीम में शामिल कर लिया गया। एक साल बाद, उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के नेट गेंदबाज के रूप में चुना गया। 2022 में वह आखिरी दो मैचों में सूर्यकुमार यादव की जगह एक सहायक गेंदबाज के रूप में मुंबई इंडियंस के साथ थे।

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आकाश मधवाल का भी LinkedIn पर अकाउंट

किसी कॉरपोरेट कर्मचारी की तरह आकाश मधवाल का भी LinkedIn पर अकाउंट है। हालांकि, साइट इंजीनियर के रूप में अपनी नौकरी छोड़ने के बाद से वह सक्रिय नहीं है, लेकिन ‘अबाउट’ सेक्शन में जटिल वातावरण में काम करने, विभिन्न प्रकार के कार्यों को संभालने, समस्याओं को हल करने, कड़ी मेहनत करने और सकारात्मक रवैया के बारे में लिखा है। चेपक में बुधवार की रात उन्होंने इन सभी कौशल का प्रदर्शन किया।

सफलता में बड़े भाई का हाथ

ढंडेरा में आकाश के परिवार की बात करें तो उनकी मां की आखों में खुशी के आंसू हैं। उनके बड़े भाई आशीष को मीडिया और शुभचिंतकों के फोन आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब उन्होंने नौकरी छोड़ी तो हमारी मां खुश नहीं थीं। आप मध्यवर्गीय परिवार के मानसिकता को जानते हैं। मैं कपड़े की दुकान चलाता था, उसकी कमाई हमारे लिए महत्वपूर्ण थी। लेकिन अंदर ही अंदर मैं हमेशा से जानता था कि वह क्रिकेट खेलना चाहता है। हमारे बीच उम्र का फासला भी सिर्फ एक साल का है। जब उसने नौकरी छोड़ी तो हम अपनी छत पर बैठे थे, मैंने उससे कहा, ‘तुम बस खेलो, मैं सब संभाल लूंगा। आपकी स्पाइक्स, आपकी डाइट, क्रिकेटिंग गियर्स, लेकिन मुझसे वादा करें कि आप अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ेंगे। उसने ठीक वैसा ही किया।”

2023-05-26T01:42:59Z dg43tfdfdgfd